संयुक्त अरब अमीरात का हजारों वर्ष पूर्व का समृद्ध इतिहास है। इसलिए,
देश इस प्रकार की विरासत को भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित करने और इसको दस्तावेज के रूप में रखने के लिए चिंतित है। भव्य अतीत और
शानदार सभ्यता से भावी पीढ़ी को जोड़ने के द्वारा युवाओं को शिक्षित करके उनमें यूएई की विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के बारे
में महामहिम शेख खलीफा बिन जाएद अल नाहयान और सुप्रीम काउंसिल के सदस्य उत्सुक हैं। अतः राष्ट्रपति, महामहिम शेख खलीफा बिन जाएद अल नाहयान अपने देश की सभ्य सांस्कृतिक विरासत के प्रति युवाओं की जागरूकता बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक, शैक्षिक और शिक्षण संस्थाओं से कठिन परिश्रम करने की तीव्र इच्छा जाहिर करते हैं।
संयुक्त अरब अमीरात के संस्थापक के पिता तथा राष्ट्रपति स्वर्गीय शेख जाएद बिन सुल्तान अल नाहयान की देश के और भावी पीढ़ी के लाभ के लिए विरासत को संरक्षित करने में काफी दिलचस्पी थी। उनकी दिलचस्पी केवल राष्ट्रीय विरासत तक सीमित नहीं थी, बल्कि उसमें अंतर्राष्ट्रीय विरासत भी शामिल थी, जिससे उन्होंने मानवीय रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने तथा संकटग्रस्त विरासत के स्मारकों की सुरक्षा के लिए, यूनेस्को के साथ $150,000 के अवार्ड की स्थापना की।
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